मल्टीविटामिन और टॉनिक: पैसा बर्बाद, फायदे की जगह नुकसान! Multivitamins and tonics: Waste of money, harm instead of benefit!

Multivitamins and tonics: Waste of money, harm instead of benefit!
क्या हर रोज़ एक मल्टीविटामिन लेने से शरीर मज़बूत हो जाएगा? Will taking a multivitamin every day make your body stronger?

यही तो दावा है करोड़ों की दवाई कंपनियों का।
टीवी पर चमचमाती बोतलें, इश्तिहारों में मुस्कुराते बच्चे और थके हुए ऑफिस कर्मचारी – और फिर आता है जादुई उपाय:
XYZ मल्टीविटामिन – रोज़ लीजिए और चुस्त-दुरुस्त रहिए लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये सच में ज़रूरी हैं या सिर्फ हमारी भय, आलस्य और अज्ञानता पर आधारित एक बड़ा खेल?

आज हम आपको बताएंगे कि कैसे मल्टीविटामिन और टॉनिक:

  • फायदे की जगह नुकसान कर सकते हैं,
  • कैसे ये बन चुके हैं एक बिलियन डॉलर का झांसा, और
  • क्यों इन्हें लेने से पहले 100 बार सोचना चाहिए।

मल्टीविटामिन क्या होते हैं? What are multivitamins?

मल्टीविटामिन मतलब – एक ऐसी गोली, सिरप या पाउडर जिसमें कई तरह के विटामिन और खनिज (minerals) मिलाए गए होते हैं।
जैसे: Vitamin A, B-complex, C, D, E, Iron, Calcium, Zinc वगैरह। 
दावा ये होता है कि अगर आपकी डाइट में कुछ कमी है तो ये उसे पूरा कर देंगे।

पर असलियत इससे काफी अलग है।

क्यों कंपनियां चाहती हैं कि आप “कमज़ोर” महसूस करें? Why do companies want you to feel “weak”?

मल्टीविटामिन इंडस्ट्री एक लाखों करोड़ का बाजार है।
इनकी रणनीति बहुत सिंपल है:

  1. आपको ये यकीन दिलाओ कि आपकी डाइट अधूरी है।
  2. आपको बताओ कि “आधुनिक जीवनशैली में सिर्फ खाना काफी नहीं”।
  3. और फिर बेचा जाता है "Health in a Capsule"

असल में जिन्हें मल्टीविटामिन बेचे जा रहे हैं, उन्हें उसकी जरूरत है ही नहीं।

मल्टीविटामिन के साइड इफेक्ट्स - जानिए असली नुकसान

1. Hypervitaminosis - ज़्यादा विटामिन, ज़्यादा खतरा

विटामिन A, D, E और K शरीर में स्टोर हो जाते हैं। ज़्यादा मात्रा में लेने से ये ज़हर जैसे काम करते हैं।

  • Vitamin A ज्यादा हुआ तो लीवर डैमेज, सिरदर्द और हड्डियों में दर्द
  • Vitamin D ज्यादा हुआ तो किडनी में कैल्शियम जमा होने की समस्या
  • लैब में बनाये गए विटामिन और मिनरल को हमारी बॉडी इस्तेमाल नहीं कर पाती। 

2. Digestion का दुश्मन

कई टॉनिक और कैप्सूल में आयरन या जिंक की अधिकता होती है जो:

  • गैस, उल्टी, पेट दर्द का कारण बनती है।
  • लंबे समय तक लेने से कब्ज और पाचन तंत्र पर असर होता है।

3. झूठा भरोसा, असली नुक़सान

लोग सोचते हैं कि मल्टीविटामिन ले लिया, अब खानपान की चिंता नहीं।
यही सोच उन्हें धीरे-धीरे:

  • अनहेल्दी लाइफस्टाइल,
  • जंक फूड, और
  • कम पानी/नींद/सूरज की रोशनी से दूरी की ओर धकेलती है।

असली विटामिन्स कहाँ से मिलते हैं?

नीचे दी गई चीज़ें मल्टीविटामिन से कहीं ज्यादा असरदार और सुरक्षित हैं:

पोषक तत्व     प्राकृतिक स्रोत
Vitamin C               आंवला, नींबू, संतरा
Vitamin D               धूप, मशरूम
Iron               पालक, चुकंदर, गुड़
Calcium               तिल, बादाम, दही
Vitamin A               गाजर, शकरकंद
B12               अंकुरित अनाज, छाछ 

जैसे-जैसे आप ताजे फल, सब्ज़ी, अंकुरित अनाज और सूरज की रोशनी को अपनाते हैं, वैसे-वैसे आपके शरीर को किसी भी टॉनिक की ज़रूरत नहीं पड़ती।

रिसर्च क्या कहती है?

  • हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट कहती है:- “Multivitamins have little or no benefit for most healthy people.”
  • अमेरिका की एक स्टडी के मुताबिक:- "कई सालों तक मल्टीविटामिन लेने वालों में कोई भी विशेष स्वास्थ्य लाभ नहीं पाया गया।"
  • WHO और भारत सरकार भी मानते हैं कि Balanced Diet ही सबसे बड़ा इलाज है।

Multivitamin = समाधान नहीं

अक्सर लोग बिना सोचे समझे बच्चों को भी टॉनिक पिलाने लगते हैं:
“बच्चा दुबला है”, “भूख नहीं लगती”, “पढ़ाई में मन नहीं लगता”।

पर क्या आपने गौर किया है?

  • ये टॉनिक भूख बढ़ाने की दवा होती है जो बच्चों के मेटाबोलिज़्म को बिगाड़ सकती है।
  • जेब का पैसा बर्बाद करते हैं,
  • शरीर में ज़हर घोलते हैं,
  • और आपको बीमारी के नाम पर बाजार का शिकार बना देते हैं।

सुझाव

  1. रोज़ धूप में 20 मिनट बिताइए
  2. ताजे फल-सब्ज़ी को डाइट में शामिल कीजिए - DIP Diet खाओ खुश रहो। 
  3. भिगोये हुए ड्राई फ्रूट्स,नट्स, सीड आदि खाएं। 
  4. नींद पूरी कीजिए, तनाव घटाइए

अगली बार जब कोई बोले – “ये टॉनिक ले लो, बहुत फायदेमंद है”,
तो आप मुस्कुराकर कहिए:
“मुझे फायदा नहीं चाहिए, मुझे सच्चा स्वास्थ्य चाहिए!”

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अस्वीकरण- हमारे पृष्ठों की सामग्री केवल सामान्य जानकारी के लिए प्रदान की जाती है यह किसी भी तरह से विशिष्ट सलाह का विकल्प नहीं है इसलिए आपको इस जानकारी के आधार पर किसी कार्रवाई को लेने से पहले प्रासंगिक पेशेवर या विशेषज्ञ की सलाह प्राप्त करनी होगी। 

Himanshu Yadav

He is certified medical nutritionist from Lincoln University Malaysia. He also worked for hospital and healthcare in radiology department. At hospital he observed that the doctors do not recommend diet and lifestyle modification even in simple diseases, that bring author to understand Nutrition, Natural science and Ayurvedic science. He loves to read and write about health and wellness. He is also passionate to treat diseases with out harmful drugs.

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